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ઇ-ગવર્નન્સે કેવી રીતે તમારી જીવન જીવવાની સરળતામાં વધારો કર્યો છે? અમારી સાથે શેર કરો!

પ્રારંભ તારીખ: 06-07-2022
અંતિમ તારીખ: 06-08-2022

સરળ, જવાબદાર, પ્રતિભાવશીલ અને પારદર્શક શાસન ઊભું કરવા માટે ...

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સરળ, જવાબદાર, પ્રતિભાવશીલ અને પારદર્શક શાસન ઊભું કરવા માટે ઇ-ગવર્નન્સ સરકારી કામગીરીને સરળ બનાવવા માટે છે. ગુજરાત સરકાર (જીઓજી)એરાજ્યમાં ઈ-ગવર્નન્સની વિવિધ પહેલોના અમલીકરણમાં એક સારો માર્ગ અપનાવ્યો છે, જેથી શ્રેષ્ઠ પદ્ધતિઓ અને ચાવીરૂપ સુધારાઓને અપનાવી શકાય.

ઇન્ફોર્મેશન એન્ડ કમ્યુનિકેશન ટેકનોલોજી (આઇસીટી)ની ઉત્ક્રાંતિએ શાસન માટે એક નવું જ ઉદાહરણ પૂરું પાડ્યું છે, જેના દ્વારા તેઓ ઇ-ગવર્નન્સ મારફતે જીવન જીવવાની સરળતા તરફ આગળ વધી રહ્યા છે.
ઈ-ગવર્નન્સના લક્ષ્યાંકો આ મુજબ છેઃ
a. નાગરિકોને વધુ સારી સેવા પૂરી પાડવી
b. પારદર્શકતા અને જવાબદારીમાં વધારો કરવો
c. માહિતી મારફતે લોકોનું સશક્તિકરણ
d. સરકારની અંદર કાર્યક્ષમતામાં સુધારોકરવો
e. વ્યવસાય અને ઉદ્યોગ વચ્ચેનો સંપર્ક સુધારવો

સમયની માંગ એ છે કે નવા યુગની તકનીકોનો ઉપયોગ કરીને આપણા નાગરિકોના જીવનને કેવી રીતે વધુ સારું અને સરળ બનાવવું તે વિશે વિચારવું જોઈએ. જો તમારી પાસે આ અંગે કોઈ સૂચન અથવા નવો વિચાર છે , તો તેને અહીં શેર કરો.

સબમિશનની છેલ્લી તારીખ 6 ઓગસ્ટ, 2022 છે.

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ajitks.g189001@gov.in 3 years 1 monthપહેલા

ईज़ ऑफ लिविंग’ सूचकांक:
लक्ष्य:
इसका उद्देश्य शहरों को वैश्विक और राष्ट्रीय मानदंडों के अनुसार व्यवस्थित रूप से खुद को आँकने और उन्हें शहरी नियोजन एवं प्रबंधन हेतु परिणाम आधारित ’दृष्टिकोण की ओर स्थानांतरण के लिये प्रोत्साहित करना है।

ajitks.g189001@gov.in 3 years 1 monthપહેલા

मौजूदा जीवन गुणवत्ता की स्थिति:
-यह उन परिणामों की भी जाँच करता है जो मौजूदा जीवन गुणवत्ता की स्थिति को दर्शाते हैं।
-शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास और आश्रय, भवन, ऊर्जा की खपत तथा शहर के लचीलेपन जैसी कुल 13 श्रेणियों का सूचकांक
के कुल परिणाम में 70% हिस्सा है।

ajitks.g189001@gov.in 3 years 1 monthપહેલા

महत्त्व:
समग्र मूल्यांकन प्रदान करना:
ये सूचकांक शहरों का समग्र मूल्यांकन प्रदान करते हैं, जो कि जीवन की बेहतर गुणवत्ता विकसित करने, बुनियादी ढाँचे का निर्माण और शहरीकरण की चुनौतियों का समाधान करने के प्रयासों के आधार पर तैयार किये जाते हैं।
कमियों से उबरने में सहायता:-
इन सूचकांकों से प्राप्त जानकारी के माध्यम से सरकार को अंतरालों की पहचान करने, संभावित अवसरों को पहचानने, नागरिकों के जीवन में सुधार लाने और व्यापक विकास परिणामों प्राप्त कर स्थानीय शासन में दक्षता बढ़ाने में मदद मिल सकती है।

BrahmDevYadav 3 years 1 monthપહેલા

महत्त्व:
समग्र मूल्यांकन प्रदान करना:
ये सूचकांक शहरों का समग्र मूल्यांकन प्रदान करते हैं, जो कि जीवन की बेहतर गुणवत्ता विकसित करने, बुनियादी ढाँचे का निर्माण और शहरीकरण की चुनौतियों का समाधान करने के प्रयासों के आधार पर तैयार किये जाते हैं।
कमियों से उबरने में सहायता:-
इन सूचकांकों से प्राप्त जानकारी के माध्यम से सरकार को अंतरालों की पहचान करने, संभावित अवसरों को पहचानने, नागरिकों के जीवन में सुधार लाने और व्यापक विकास परिणामों प्राप्त कर स्थानीय शासन में दक्षता बढ़ाने में मदद मिल सकती है।

BrahmDevYadav 3 years 1 monthપહેલા

मौजूदा जीवन गुणवत्ता की स्थिति:
-यह उन परिणामों की भी जाँच करता है जो मौजूदा जीवन गुणवत्ता की स्थिति को दर्शाते हैं।
-शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास और आश्रय, भवन, ऊर्जा की खपत तथा शहर के लचीलेपन जैसी कुल 13 श्रेणियों का सूचकांक
के कुल परिणाम में 70% हिस्सा है।

BrahmDevYadav 3 years 1 monthપહેલા

‘ईज़ ऑफ लिविंग’ सूचकांक:
लक्ष्य:
इसका उद्देश्य शहरों को वैश्विक और राष्ट्रीय मानदंडों के अनुसार व्यवस्थित रूप से खुद को आँकने और उन्हें शहरी नियोजन एवं प्रबंधन हेतु परिणाम आधारित ’दृष्टिकोण की ओर स्थानांतरण के लिये प्रोत्साहित करना है।

BrahmDevYadav 3 years 1 monthપહેલા

इस ऑफ़ लिविंग क्या है?
यह एक मूल्यांकन उपकरण है जो जीवन की गुणवत्ता और शहरी विकास की विभिन्न पहलों के प्रभावों का मूल्यांकन करता है। यह इस सूचकांक में शामिल शहरों के जीवन स्तर, आर्थिक क्षमता, स्थिरता और लचीलेपन के आधार पर व्यापक समझ प्रदान करता है।

BrahmDevYadav 3 years 1 monthપહેલા

सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट (CSE) द्वारा जारी ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स 2020 में बेंगलुरु को भारत के सबसे रहने योग्य शहर के रूप में नामित किया गया है| ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स 2020 भारत के पर्यावरण राज्य 2021 नामक रिपोर्ट का हिस्सा है|